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झारखंड की 7 बेटियां चुनी गईं भारतीय अंडर-17 फुटबॉल टीम में ; SAFF Championship 2025

झारखंड की 7 बेटियां चुनी गईं भारतीय अंडर-17 फुटबॉल टीम में ; SAFF Championship 2025

झारखंड की धरती एक बार फिर खेल जगत में अपनी प्रतिभा का परचम लहराने जा रही है। साउथ एशियन फुटबॉल फेडरेशन (SAFF) की अंडर-17 महिला फुटबॉल चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम की घोषणा कर दी गई है। इस बार चयनित 22 सदस्यीय भारतीय टीम में झारखंड की सात होनहार बेटियों ने जगह बनाई है। इन खिलाड़ियों ने न केवल अपने प्रदर्शन से कोचों का ध्यान खींचा है, बल्कि पूरे राज्य को गर्व महसूस कराने का मौका भी दिया है।

गुमला की पांच खिलाड़ी बनीं भारतीय टीम का हिस्सा

झारखंड के गुमला जिले का आवासीय बालिका फुटबॉल प्रशिक्षण केंद्र खेल प्रतिभाओं की नई पहचान बनता जा रहा है। इस केंद्र से एक साथ पाँच खिलाड़ियों को भारतीय अंडर-17 टीम में चुना गया है। इनमें सूरज मुनि कुमारी, एलिजाबेथ लकड़ा, अनीता डुंगडुंग, विनीता होरो और बिना कुमारी शामिल हैं। इन खिलाड़ियों ने पिछले कई टूर्नामेंटों में शानदार प्रदर्शन किया और अब उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला है।

हजारीबाग और रांची से भी खिलाड़ी शामिल

 झारखंड के हजारीबाग जिले से आवासीय बालिका फुटबॉल प्रशिक्षण केंद्र की खिलाड़ी अनुष्का कुमारी ने भी भारतीय दल में अपनी जगह बनाई है। वहीं राजधानी रांची की प्रतिष्ठित फुटबॉल क्लब स्टार वॉरियर्स से दिव्यानी लिंडा को टीम में चुना गया है। इन दोनों खिलाड़ियों के चयन से यह साफ है कि राज्यभर में फुटबॉल प्रतिभाओं को तराशने का काम तेजी से हो रहा है।

भूटान में दिखेगा झारखंड की बेटियों का दबदबा

सभी सात खिलाड़ी अब 20 से 31 अगस्त तक भूटान में आयोजित होने वाली अंडर-17 महिला सैफ चैंपियनशिप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करेंगी। इस प्रतियोगिता में नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान और मालदीव जैसी टीमें भी भाग लेंगी। ऐसे में भारतीय टीम के सामने चुनौती बड़ी होगी, लेकिन झारखंड की बेटियों का आत्मविश्वास और मेहनत देश को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभा सकती है।

झारखंड बना महिला फुटबॉल का हब

हाल के वर्षों में झारखंड महिला फुटबॉल का हब बनकर उभरा है। राज्य की खिलाड़ी लगातार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा साबित कर रही हैं। ग्रामीण इलाकों से निकलकर बेटियों का इस तरह भारतीय टीम में जगह बनाना राज्य के खेल ढांचे और प्रशिक्षण की सफलता को भी दर्शाता है।खेल विशेषज्ञों का मानना है कि झारखंड की बेटियां आने वाले समय में भारत को महिला फुटबॉल में नई पहचान दिला सकती हैं।


 

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