एक्सआईएसएस न केवल समृद्ध लोगों काे बल्कि जरूरतमंदों को भी अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद करता है: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

वर्चुअल मोड पर संपन्न हुआ एक्सआईएसएस रांची का 59वां दीक्षांत समारोह
जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सर्विस (एक्सआईएसएस) रांची का 59वां दीक्षांत समारोह शनिवार को आयोजित किया गया। यह पहला वर्चुअल दीक्षांत समारोह था, जिसमें स्टूडेंट्स शारीरिक रुप से अनुपस्थितरहे। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में मुख्यमंत्री झारखंड हेमंत सोरेन मौजूद रहे। इसमें 2018-2020 बैच से कुल 304 विद्यार्थियों डिप्लोमो डिग्री दी गई। इसमें देश के विभिन्न राज्यों से स्नातक छात्र, उनके माता-पिता एवं प्रतिष्ठित पूर्व छात्र संघ सदस्य एवं अन्य एक्सआईएसएस के यूट्यूब चैनल के माध्यम से समारोह में शामिल हुए।एक्सआईएसएस गवार्निंग बॉडी के अध्यक्ष फा. अजित खेस एसजे ने समारोह के शुरुआत की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रबंधन शिक्षा समग्र विकास की खूबी पर ज़ोर देता है और मुझे यकीन है कि आप सभी संस्थान द्वारा दी गयी शिक्षा को सार्थक करते हुए उसका उपयोग करेंगे और समाज की बेहतरी के लिए योगदान करेंगे। इस समारोह में कुल 304 विद्यार्थियों को डिप्लोमा दिये गए, इनमें 26 विद्यार्थियों के बीच 11 को स्वर्ण, 08 को रजत और 05 को कांस्य मेडल एवं 02 विद्यार्थियों के बीच नकद राशि एवं प्रमाण पत्र दिये गए।
देश में स्मार्ट मैनजमेंट की जरूरत-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में देश को स्मार्ट मैनेजमेंट की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि स्मार्ट मैनेजमेंट सिस्टम तैयार करने में एक्सआईएसएस संस्थान से मैनेजमेंट की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी अहम भूमिका निभाएंगे। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से अपील किया कि आप चाहे जितनी भी ऊंचाइयों को छूएं परंतु अनुशासन कभी न भूलें। जीवन में अनुशासन हमेशा जरूरी है। मुख्यमंत्री ने एक्सआईएसएस की समृद्ध विरासत की प्रशंसा की।
एक्सआईएसएस के वीजन का पूरा उपयोग करें
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सर्विस संस्थान विद्यार्थियों को अपने पैरों में खड़ा होना सिखाता है। यह संस्थान बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर होनहार बनाता है। यह संस्थान सिर्फ उन्हें ही नहीं खड़ा होना सिखाता जिनके पैर हैं बल्कि उन्हें भी खड़ा करता है जिनके पास पैर नही हैं। आप सभी लोग मैनेजमेंट की शिक्षा लेकर अपने नए जीवन में प्रवेश कर रहे हैं। आप की आवश्यकता देश और विदेशों के विभिन्न संस्थानों को है। आप अपने नए सफर में कुछ यादों, बातों, ज्ञान और आशीर्वाद को गांठ बांध कर चलें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी रास्ते सहज और सीधी नहीं होती हैं। नए राह पर नई नई चुनौतियां मिलेंगी। हमें अपनी बुनियाद नहीं भूलनी चाहिए। हम यहां तक कैसे पहुंचे हैं इसका ख्याल हमेशा रखना चाहिए। आप सशक्त समाज के निर्माण में अपनी भूमिका प्रतिबद्धता के साथ निभाएं।
अपने अंदर की करुणा, लोगों की मदद की भावना और समपर्ण को जरूर याद रखें-निदेशक
कार्यक्रम में आगे एक्सआईएसएस के निदेशक डॉ. जोसेफ मरियानुस कुजर एसजे ने कहा कि आगे आप सभी बड़े इंडस्ट्रीज़ और संस्थानों में नौकरी करेंगे, पर अपने अंदर की करुणा, लोगों की मदद की भावना और समपर्ण को जरूर याद रखें। एक्सआईएसएस का मिशन और विज़न यही है। बेहतर नौकरियां अवश्य तलाशें पर एक उद्यमी बनने का भी सोचें। अवसर पर एक्सआईएसएस सहायक निदेशक डॉ. प्रदीप केरकेट्टा एस.जे., सुपीरियर फा. जेवियर सोरेंग एस.जे.,एक्सआईएसएस वित्त अधिकारी फा. फ्रांसिस डेविड कुल्लू एस.जे., के अलावा डॉ. रमाकांत अग्रवाल, प्रमुख पीजीडीएम (मानव संसाधन प्रबंधन); डॉ. हिमाद्री सिन्हा, प्रमुख, पीजीडीएम सहित अन्य प्रोफेसर उपस्थित रहे।
2018-20 के पीजीडीएम बैच के लिए अंतिम प्लेसमेंट प्रक्रिया भी सफलतापूर्वक पूरी हुई
संस्थान ने 2018-20 के पीजीडीएम बैच के लिए अंतिम प्लेसमेंट प्रक्रिया को भी सफलतापूर्वक पूरा किया। इस वर्ष के अंतिम प्लेसमेंट में बैच ने 11 प्री-प्लेसमेंट ऑफर प्राप्त करके एक नया मुकाम हासिल किया है और अब तक का सबसे ऊंचा CTC भी प्राप्त किया। पीजीडीएम-एचआरएम के दो छात्रों ने 26.49 लाख रुपये का CTC प्राप्त कर संस्थान का नाम रोशन किया। इसके साथ ही वित्त प्रबंधन विभाग, ग्रामीण प्रबंधन विभाग, मार्केटिंग प्रबंधन विभाग और आईटी विभाग ने क्रमशः 96.43%, 94.52%, 89.09% और 83.33% प्लेसमेंट प्राप्त किए है।
टॉपर्स ने कहा
मानव संसाधन प्रबंधन – साक्षी सुकृति
एक होनहार मानव संसाधन पेशेवर होने के मेरे करियर की संभावना को एक्सआईएसएस ने बहुत खूबसूरती से आकार दिया है। यहां के पाठ्यक्रम और व्यावहारिक प्रदर्शन ने मुझे पेशेवर रूप के साथ ही साथ व्यक्तिगत रूप से आगे बढ़ने में मदद की है। मैं वर्तमान में HRBP – ऑपरेशंस (केयर्न ऑयल एंड गैस, वेदांता लिमिटेड) में काम कर रही हूं।
ग्रामीण प्रबंधन – ऐश्वर्या वर्मा
मुझे हमेशा से अपना करियर ग्रामीण लोगों और वंचितों के लिए काम करने में बनाना था। इसलिए मैं आभारी हूं कि मैं एक्सआईएसएस कि छात्र बनी। अभी मैं एक बैंक में काम कर रही हूं और ग्रामीण लोगों की आर्थिक रूप से मदद कर रही हूं। भविष्य में भी मैं उनलोगों की मदद हर रूप से चाहे सामाजिक, मानसिक या आर्थिक रूप से करना चाहती हूं।
आईटी – मेघा कुमारी
मैं एक्सआईएसएस जॉइन करने से पहले एक टॉप बिज़नेस एनालिस्ट बनने की ख्वाहिश रखती थी। इसमें एक्सआईएसएस ने एक एहम भूमिका निभाई। वर्तमान में मैं WNS global services में कार्यरत हूं, जो कि एक IT फर्म है।
मार्केटिंग प्रबंधन – मिखिल प्रणय
मुझे हमेशा सेल्स ने मोहित किया है, और एक्सआईएसएस ने मुझे वहां पहुंचने के लिए रास्ता दिखाया। मुझे मार्केटिंग प्रोग्राम के साथ सीखने का बहुत बड़ा अनुभव मिला।
मेंने यहां यह सीखा कि वास्तविक जीवन में सैद्धांतिक ज्ञान कैसे लागू किया जाए। वर्तमान में, मैं पुणे में ICICI LOMBARD के साथ काम कर रहा हूं।
वित्त प्रबंधन – रोसिता पॉल
मैं भगवान की शुक्रगुज़र हूं कि उन्होंने मेरे उपर अपनी कृपा बनाए रखी है। मैं अपने माता-पिता और मेरे सभी प्रोफेसरों को अपना बहुत आभार देना चाहती हूं, जिन्होंने मेरा मार्गदर्शन किया। कैंपस सेलेक्शन के माध्यम से, मुझे एक इंजीनियरिंग अंडरराइटर के रूप में ICICI LOMBARD में नौकरी मिली है।