पैसे नहीं थे लेकिन KBC तक पहुंचने की ललक ऐसी की एसएमएस पैक भरवाने के लिए बेच दी चांदी की पायल

टेलर की बेटी कहकशा ने केबीसी में जीता 12.50 लाख रु, मां रजिया सुल्ताना को देखकर केबीसी में बढ़ा रुझान
21 जनवरी काे साेनी टीवी पर प्रसारित केबीसी के एपिसाेड में रांची की कहकशा अमरीन अमिताभ बच्चन के सवालाें का जवाब देती नजर आईं। हाॅट सीट पर बैठी कहकशां के जवाब देने के अंदाज से बिग बी काफी इंप्रेस भी नजर आए। पहले प्रश्न से लेकर 8 वें प्रश्न तक का जवाब कहकशा ने बहुत ही आसानी से बिना किसी लाइफ लाइन का इस्तेमाल किए दिया लेकिन आगे के प्रश्नाें के जवाब देने में एक-एक कर चाराें लाइन लाइन खत्म हाे गए। 18 साल की कहकशा अमरीन ने ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में 12.50 लाख रु. का इनाम जीता। 25 लाख के सवाल पर उसने गेम से क्विट कर लिया।

पिता करते हैं दर्जी का काम
कहकशा अपने परिवार के साथ कांके चूड़ीटाेला में रहती हैं। उनके पिता मो. असलम दर्जी का काम करते हैं और मां रजिया सुल्ताना गृहिणी हैं। दो बहनों और एक भाई में कहकशा सबसे बड़ी हैं। पिता ने बताया कि कहकशां पिछले चार महीनों से केबीसी का play along खेल रही थी। इसी के माध्यम से उसका चयन हुआ। 25 दिसंबर को मुंबई आने के लिए फाइनल कॉल आया था। इससे पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई।
केबीसी में कहकशा के साथ उनकी मां रजिया सुल्ताना भी गईं थीं। उन्हाेंने बताया कि मेरा और मेरे बेटी का एक पैसा भी खर्च नहीं हुआ सारी सुविधाएं दी गईं। आने जाने से लेकर रहने तक की सुविधा मुहैया कराया गया था। वहां का अनुभव बहुत ही अद्भुत रहा।
पैसे नहीं थे लेकिन जिद बड़ी थी…
कहकशा की मां ने बताया कि कौन बनेगा करोड़पति के पहले सीजन से मैं इसे देखते आ रही हूं। इसे देखने में काफी इंटरेस्ट रहता था। यह भी लगता था कि क्या कोई सही में वहां तक पहुंच पाता है। 2005 के बाद मुझे ऐसा लगने लगा है कि वहां तक साधारण आदमी भी पहुंच सकता है और मैंने तैयारी शुरू कर दी रजिस्ट्रेशन करने लगी। जिसमें पहले एसएमएस के पैसे भी लगते थे। 2011 में एक ऐसा वक्त आया कि मेरे पति की तबीयत बहुत खराब थी। घर में खाने की दिक्कत थी। ऐसे में एसएमएस नहीं कर पाती थी। तब मेरे पास चांदी के पायल थे उसे बेचकर 2000 रुपए का एसएमएस पैक भराया। रात-रात भर सोती नहीं थी। बस यही साेचती कि किसी तरह से मेरा सिलेक्शन हो जाए लेकिन मेरा सिलेक्शन अभी तक नहीं हुआ। लेेकिन मेरी बेटी KBC के मंच तक पहुंच गई।
सूर्यवंशम देख कर IAS बनने का ठाना
कहकशा ने बताया कि केबीसी का एक्सपेरिएंस बहुत अलग एक्साइटमेंट से भरा था। काफी नर्वस भी थी लेकिन मन में एक आशा और उम्मीद भी थी मैंने स्टेप लिया है तो मुझे करना है। इतने बड़े अभिनेता के सामने बैठ कर बात करना सोच कर भी डर लगता है लेकिन जब आप वहां बैठते हो तो अमिताभ सर आप से काफी फैमिलियर हो कर बात करते हैं। मेरे साथ ही यही हुुुआ। मैं उनके साथ बहुत कंफर्टेबल थी। एपिसाेड के दाैरान कहकशा ने यह भी बताया कि अमिताभ की फिल्म सूर्यवंशम उनकी फेवरिट फिल्म है। इस फिल्म काे देखने के बाद एक नई आशा-उम्मीद जगी। यह समझ में आया कि किसी भी काम के आड़ेड गरीबी नहीं आ सकती। फिर मेहनत कर IAS बनने की ठानी। फिलहास रांची वीमेंस काॅलेज से बीएससी कर रही हैं।