अगर आपके पास है बेहतरीन आइडिया ताे इंक्यूबेशन सेंटर के तहत अपने इनोवेटीव आइडिया को दें स्टार्टअप का रूप

– सीआईटी के इंक्यूबेशन सेंटर में पिछले 7 महीने में आए 41 स्टार्टअप आईडिया
– यहां से अब तक दो कंपनियों हो चुकी हैं इंक्यूबेट
कैंब्रीज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी रांची में सीआईटी राइज नाम से इंक्यूबेशन सेंटर चल रहा है। यूं तो यह सेंटर पिछले तीन साल से चल रहा है। जिसे 2019 के दिसंबर माह में मिनिस्ट्री ऑफ एमएसएमई गर्वमेंट ऑफ इंडिया की ओर से मान्यता दी गई है। जिसके बाद से कुल 41 स्टार्टअप आइडिया इस इन्कयूबेशन सेंटर में आ चुके हैं। जिसमें झारखंड सहित देश के दूसरे राज्यों की टीम शामिल हैं। प्रत्येक टीम में 4 से 6 सदस्य हैं। इस इंक्यूबेशन सेंटर के प्रोफेसर इंचार्ज कैलाशपति दत्ता ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर से कुल 41 आइडिया शामिल हुए हैं। जिसमें से 15 टीम झारखंड की भी है। इन आइडिया में से 9 आइडिया को शॉर्टलिस्ट किया जा चुका है। अभी फाइनल रिजल्ट आना बाकी है। जिस भी आइडिया को अप्रूव किया जाएगा उस आइडिया को स्टार्टअप के रूप में डेवलप करने के लिए 15 लाख रुपए तक का सहयोग मिलेगा।

अब तक दो कंपनी हो चुकी है इंक्यूबेट
इस सेंटर के तहत अबतक दो कंपनी इन्क्यूबेट हो चुकी है। जिसे सीआईटी के पूर्ववर्ती छात्रों ने बनाया है। इसमें से एक कंपनी ऑटोमेटॉन रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन प्राइवेट लिमीटेड है। इसके डायरेक्टर पुलकित जैन व शुभम कुमार साहू हैं। इसके तहत थ्री डी प्रिंटर और सीएमसी मिलिंग हाइब्रिड वर्जन को तैयार किया जा रहा है। वहीं दूसरी कंपनी इलेक्ट्रोमोशन ई विद्युत व्हीकल प्राइवेट लिमिटेड है। जो पुराने पेट्रोल व डीजल ऑटो को इलेक्ट्रिक वर्जन में बदलने पर काम कर रही है। इस टीम में सूर्य प्रताप, पुलकित, विश्वजित कुमार व गौरव कुमार शामिल हैं।
अपने आइडिया को दे सकते हैं स्टार्टअप का रूप
सीआईटी स्थित इस इंक्यूबेशन सेंटर के तहत कोई भी अपने आइडिया को स्टार्टअप का रूप दे सकता है। एक ऐसा आइडिया चुनें जो इनोवेटीव हो। साथ ही किसी प्रकार के सामाजिक व तकनीकी समस्या को दूर करने में सक्षम हो। कमर्शियल करने लायक आइडिया होना चाहिए। आइडिया इलेक्ट्रोनिक्स, मेकेनिकल, इलेक्ट्रीकल, कंप्यूटर साइंस, सिविल से संबंधित विषय ही हाेने चाहिए। संस्थान की वेबसाइट पर फाॅर्म उपलब्ध है इसके माध्यम से अपने आइडिया को सबमिट कर सकते हैं। यह साल भर में कभी भी जमा कर सकते हैं। संस्थान की वेबसाइट www.citranchi.ac.in पर फाॅर्म उपलब्ध है। इसके अलावा ई मेल आईडी incubator.rise@citranchi.ac.in पर भी अपने आइडिया सबमिट कर सकते हैं।
इंक्यूबेशन सेंटर से मिलेगा यह सहयोग
इंक्यूबेशन सेंटर के प्रोफेसर इंचार्ज कैलाशपति दत्ता ने बताया कि अगर आइडिया को सेलेक्ट कर लिया जाता है तो फाइनेंशियल सपोर्ट के साथ-साथ अन्य प्रकार के सहयोग भी किए जाते हैं। जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराया जाता है, मेंटरिंग सर्पाेट, सोशल कनेक्ट, टेक्निकल सपोर्ट, एंजल फंडर्स से कनेक्ट कराने में सपोर्ट किया जाता है। जिसमें आइडिया को स्टार्टअप के रूप में विकसित करने के लिए एक्सपर्ट मेंटोर मुहैया कराया जाता है, टेक्निकल सपोर्ट यानि पेटेंट कराने में मदद की जाती है, एंजल फंडर्स यानि वैसे लोग जो आपके स्टार्टअप को फंड करे उनसे कनेक्ट कराया जाता है। इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से कनेक्ट करने में मदद मिलती है।