शहर से 20 किलोमीटर दूर ब्लू पौंड लोगों को कर रहा आकर्षित, साइकिलिंग, बाइकिंग, व्लाॅगिंग, बूटकैम्प के लिए पहुंच रहे लोग

शहर से 20 किलोमीटर दूर ब्लू पौंड लोगों को कर रहा आकर्षित, साइकिलिंग, बाइकिंग, व्लाॅगिंग, बूटकैम्प के लिए पहुंच रहे लोग
-पिछले एक महीने में बन चुके हैं 15 व्लाॅग
– हर वीकेंड पर पहुंच रहे 40 से 50 यूथ
कोविड-19 के कारण अभी भी शहर के पार्क व अन्य हैंगआउट जोन बंद हैं। शहर के यूथ अक्सर नई-नई जगहों की तलाश में रहते हैं ताकि हफ्ते भर के अपने हेक्टिक शिड्यूल के बाद खुद को रिलेक्स कर सकें। इन जगहों में एक नया जगह जुड़ गया है। यह जगह ब्लू पौंड के नाम से मशहूर हो रहा है। ब्लू पौंड शहर के शहीद अल्बर्ट एक्का चौक से से लगभग 20 किलोमीटर दूर रिंगरोड के बगल में बालसिरिंग, ठुरका टोली के पास मौजूद है। स्थानिय लोगों ने बताया कि यहां पहले पत्थर निकालने का काम होता था। कुछ साल पहले यह बंद हो गया। उसके बाद यहां पानी जमा हो गया। इसके चारों तरफ पेड़ पौधा होने के कारण यह लोगों को आकर्षित कर रहा है।
विकेंड पर जाते हैं साइकिलिंग के लिए
युवाओं में साइकिलिंग का क्रेज बढ़ा है। रॉक एंड रोप एडवेंचर्स के पर्वतारोही रवि राज बताते हैं वीकेंड पर युवा साइकिलिंग के साथ शहर के आसपास के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठाते हैं। रांची शहर के आसस प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर कई मनोरम स्थल हैं। जिसमें एक नया आकर्षण है ब्लू पौंड। रॉक एंड रोप एडवेंचर्स की 10 सदस्यों की टीम यहां कई बार मॉर्निंग साइकिलिंग ट्रिप के लिए जा चुकी है। उन्होंने बताया कि इसके तल में चट्टान होने के कारण इसका पानी साफ है और नीले रंग का दिखता है। यह तालाब बहुत ही गहरा है जिन्हें तैरना नहीं अता है वो पानी में उतरने से बचें। इसके आसपास की हरियाली मनमोहक है नेचर फोटोग्राफी के लिए भी यह जगह उपयुक्त है।
फिटनेस के लिए बूट कैंप का आयोजन
एनटूएन फिटनेस की ओर से अलग-अलग जगहों पर जाकर लोगों की फिटनेस के लिए बूटकैंप का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत योग के साथ-साथ माउंटेन क्लाइंब करने के तरीकाें से लेकर आधुनिक व्यायाम तक सिखाये जाते हैं। इसके लिए भी ब्लू पौंड को चुना गया। ताकि प्राकृतिक वादियों के बीच योगा व अन्य एक्सरसाइज हाे सके।
पिछले एक महीना में बन चुके हैं 15 से ज्यादा व्लॉग
ब्लू पौंड देखने शहर के व्लॉगर भी पहुंच रहे हैं। जो इस जगह की खूबसूरती काे अपने चैनल के माध्यम से लोगों के सामने लाने का काम कर रहे हैं। पिछले एक महीने में 15 से ज्यादा व्लॉग बना कर अपलोड कर चुके हैं। वहीं कई मोटोव्लॉगर भी इसे शूट कर चुके हैं।